Saturday 29 September 2018

इन तस्वीरों को पहली नजर में समझना है नामुमकिन

                     इन तस्वीरों को पहली नजर में समझना है नामुमकिन



                  1). सोशल मीडिया पर रोज कई ऐसी तस्वीरें देखने को मिलती है जो हम सबको हैरान कर देती है. कुछ तस्वीरें ऐसी होती है जिनको पहली नजर में समझना मुश्किल हो जाते है. आज हम आपके लिए कुछ ऐसी ही मजेदार तस्वीरें लेकर आए है. आप इन तस्वीरों को जब ध्यान से देखेंगे तभी आपको समझ आएगा.

                         



                  2).  इस तस्वीर में एक पिता अपने बेटे को चूम रहे है. लेकिन, पहली नजर में आपको इस बात का पता नहीं चल पाता. यहीं इस तस्वीर की खास बात है.
                           

     

Saturday 15 September 2018

BB KI VINES VS AMIT BHADANA

BB KI VINES AND AMIT BHADANA

1. BB KI VINES (BHUVAN BAM)


Bhuvan Bam (Born: January 22, 1994 [age 24]), better known online as BB Ki Vines, is an Indian YouTuber, musician and stage performer. All his earnings are through his live performances and original songs. ... BB Ki Vines currently has over 9.3 million subscribers and over 1.2 billion total views.


2. AMIT BHADANA


Amit Bhadana (born 7 September 1994) is an Indian comedian and YouTube personality from Noida, India. He is known for his YouTube comedy channel, also named Amit Bhadana. As of 12 September 2018, his channel has 10 million subscribers and over 600 million views, he is just second to touch 10 million subscribers after BB ki Vines channel which is being operated by Bhuvan Bam,[1] and is the 20th most subscribed individual channel of India.[1]

Friday 7 September 2018

Emotional Story

                                    Emotional Story


दिल्ली......!   जितनी रफ्तार से यह सहर चलता है उतनी ही थमी थमी सी जिंदगी है यहां की। इन लोगों को देखकर ऐसा लगता है जैसे इन्हें इंतजार है किसी के आने का| इन सबके बीच मैं भी इंतजार कर रही थी। लेकिन किसी के आने का नहीं बल्कि किसी के पास जाने का।


 अब मेरे मन में थोड़ी सी भी उलझन नहीं थी बस इंतजार था, उससे मिलने का। अगर थोड़ी बहुत उलझन बची हुई थी तो उसमें इतना दम नहीं था कि वह मुझको रोक सके| मुझे लग रहा था कि मैं चिल्ला-चिल्लाकर सारी दुनिया से कह दू कि मुझे उससे प्यार हो गया है। और कल उससे इजहार करने वाली हूं।

पर बताऊं तो कैसे? काश मेरी कोई छोटी बहन होती या फिर कोई दोस्त! जिससे मैं अपने मन की बात कह पाती। मेरा मन किया कि मम्मी को बता दूं। लेकिन मेरी उलझन तब और बढ़ गई! जब मुझे ख्याल आया कि-अगर उन्हें पता चला तो वह मुझे घर से बाहर भी न निकलने देगे। उन्होंने गांव जरूर छोड़ा था लेकिन वहां के विचार नहीं।

 वैसे भी पापा मम्मी इन चीजों में कहां विश्वास रखते है और मेरी कहां सुनने वाले थे। हम गांव से आकर शहर में जरूर रहते है! और पापा एक उच्च पद पर सर्विस मैन भी है। लेकिन उनके खयालात अभी भी गांव वाले हैं। मैं यही सोच कर डर जाती हूं|लेकिन करू तोह क्या करूँ! अपनी love story किसके साथ शेयर करू।


लेकिन में उसे भुला भी तो नही सकती हूं। क्योंकि उसको इतना पसंद जो करती हूं। खैर छोड़िए! यह उलझन दिमाग में लिए मैं अपने कमरे में आ गयी। और अपना हेडफोन लगाकर अपने कमरे गाने सुनने लगी और डांस करने लगी। कुछ समय हुआ ही था।  तभी थोड़ी देर में दूसरे कमरे से आवाज आई -"आज सोना नहीं है क्या? बेटा 11:00 बज रहे हैं! सुबह कॉलेज नहीं जाना क्या?"

लेकिन आज मेरे कदम कहां रुकने वाले थे। इतनी खुशी जो हो रही थी कि शब्दो मैं बयान करना मुश्किल था। मैंने नाचते हुए ही कहा- "हां मम्मी बस सोने ही वाली हूं आप सो जाइए|"अगर आज मेरे कोई नाचने का कोई मजाक उड़ाता तो भी मुझे आज कोई परवाह नहीं थी|

 अभी में नाच ही रही थी, तभी पानी की तेज बूंदे मेरे चेहरे से आकर टकराई और मुझे आंखें खोलने पर मजबूर किया| पता नहीं उस टाइम मुझे क्या सूझा? खिड़की के पास जाकर उन बूंदो के साथ खेलने लगी। और अपने मुंह पर बार-बार उन बूंदो को फेकने लगी|

 इतने में पता नहीं मेरे मन में क्या आया? खिड़की बंद की और अपनी डायरी निकाली जहां पर मैं अपने बारे में लिखती थीं। आज भी में कुछ अपनी love story के बारे में लिखने लगी। लेकिन आज जो लिख रही थी, वह सीधे मेरे दिल से आ रहा था। मानो ऐसा लग रहा था जैसे डायरी से अपने मन की बात कर रही हूं।


आज पहली बार किसी को आंखों से मैंने बात करते हुए देखा था| मैं उससे पास जाकर कुछ कहती- इतने मै उसकी ट्रेन आ गई और उसे अपने साथ ले गयी।अगले दिन न जाने क्यों? उसेे सामने वाले प्लेटफार्म पर देखकर मैं खुश थी। शायद मैं इंतजार कर रही थी उसका। खैर अब आंखों से शुरू हुई बातें इशारों से होने लगी थी|

 बड़े ही अजीब होते थे! "उसके इशारे"। समझ तो नहीं आते थे लेकिन मेरे चेहरे पर एक मुस्कुराहट जरूर दे जाते थे|अब समय के साथ में धीरे-धीरे में उसके इशारे भी समझने लगी थी| वह रोज कुछ न कुछ पागलपन करके मुझे हंसाता था। और एक दिन तो उसने हद ही पार कर दी। वह मुझे देख कर जोर जोर से गाना गाने लगा।

इससे पहले कि मैं उससे बात करती उसको स्टेशन मास्टर ने  पकड़ लिया और उसे अपने साथ ले गया। उस दिन बहुत हँसी थी में। शायद मुझे भी उसके इसी बचपने और पागलपन से प्यार हो गया था|  उसे देख कर मुझे ऐसा लगने लगता था कि जैसे मेरा बरसों का इंतजार खत्म हो गया हो|

अब जिंदगी ने एक रफ्तार पकड़ ली थी। यह दिन इतना तेजी से बीते कि हम दोनों को पता ही नहीं चला|  हम दोनों हर रोज स्टेशन पर आकर अपनी अपनी मंजिलों की ओर निकल जाते थे| ना उसने कभी इस ओर आने की कोशिश की, ना मैने कभी उस ओर जाने की हिम्मत जुटाई |

कभी-कभी तो दिल करता था कि भागकर उसके पास चली जाऊं और उस से अपने दिल की बात कह दूं। और उसके साथ उस सफ़र पर चली जाऊं जहां वह जाता है| लेकिन कभी मेरे दिमाग ने तो कभी मेरे पैरों ने मुझे इसकी इजाजत नहीं दी। मुझे इंतजार था कल का। कल का दिन मेरे लिए स्पेशल है, कल के दिन वैलेंटाइन-डे जो है।

 अगर मैं कल उससे अपने दिल की बात ना बता पायी तो शायद कभी ना उसे बता पाउंगी| तभी मेरा ध्यान डायरी से हटकर उन घड़ियों की टिक टिक करती सुइयों ने अपनी ओर खींचा जो वैलेंटाइन-डे शुरू होने का इशारा कर रही थी|

 मेरी नजर घड़ी पर गई! रात के 12:00 बज रहे थे। आज वह दिन आ ही गया जिसका मुझे बेसब्री से इंतजार था|  वह पूरी रात में नहीं सोई उससे मिलने की इतनी जल्दी जो थी |
 सुबह जल्दी उठकर सभी काम कर तैयार हो गई। आज तो मैंने ब्रेकफास्ट भी नहीं किया था, उससे मिलना जो था|

आज मैं प्लेटफार्म पर समय से पहले ही पहुंच गयी और वहां पास में पड़ी बेंच पर इंतजार करने लगी उसके आने का।लेकिन काफी समय इंतजार करने के बाद भी वह नहीं आया। मुझे बेचैनी होने लगी आज तो ट्रेन भी निकल चुकी थी, लेकिन उसका कोई पता नहीं था| मेरे अंदर अजीब-अजीब ख्याल आ रहे थे। "पता नहीं क्या हुआ होगा , क्यों नहीं आया|"

वहां काफी समय इंतजार करने के बाद मुझे अंदर से रोना आ रहा था सच कहूं तो में दुखी हो गयी थी। मन तो कर रहा था कि आज अपनी जान ही दे दूं। लेकिन मरता क्या न करता उससे मिलना जो था| अब मेरी आंखों में आंसू थे और वहां बेंच बैठकर इंतज़ार कर रही थी  उसके आने का.....!
बस इतनी सी थी यह कहानी.............!

दोस्तों यह कहानी मैंने काल्पनिक रूप से लिखी है। इस  प्रेम कहानी का किसी व्यक्ति या किसी घटना से प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रुप से कोई संबंध नहीं है|यह मेरे कल्पनाओं की उपज है जो मैंने शब्दों में संजोह कर आप लोगों के साथ शेयर की है।

Saturday 16 September 2017

*Sahi me padhne layak*

👉एक बार एक संत ने अपने दो
     भक्तों को बुलाया और कहा आप
     को यहाँ से पचास कोस जाना है।
👉एक भक्त को एक बोरी खाने के
     समान से भर कर दी और कहा जो
     लायक मिले उसे देते जाना
👉और एक को ख़ाली बोरी दी उससे
      कहा रास्ते मे जो उसे अच्छा मिले
      उसे बोरी मे भर कर ले जाए।
👉दोनो निकल पड़े जिसके कंधे पर
     समान था वो धीरे चल पा रहा था
👉ख़ाली बोरी वाला भक्त आराम से
      जा रहा था
👉थोड़ी दूर उसको एक सोने की ईंट
     मिली उसने उसे बोरी मे डाल
     लिया
👉थोड़ी दूर चला फिर ईंट मिली उसे
     भी उठा लिया
👉जैसे जैसे चलता गया उसे सोना
     मिलता गया और वो बोरी मे भरता
     हुआ चल रहा था
👉और बोरी का वज़न। बड़ता गया
      उसका चलना मुश्किल होता गया
     और साँस भी चढ़ने लग गई
👉एक एक क़दम मुश्किल होता
     गया ।
👉दूसरा भक्त जैसे जैसे चलता गया
     रास्ते मै जो भी मिलता उसको
     बोरी मे से खाने का कुछ समान
     देता गया धीरे धीरे बोरी का वज़न
     कम होता गया
👉और उसका चलना आसान होता
     गया।
👉जो बाँटता गया उसका मंज़िल
     तक पहुँचना आसान होता गया
👉जो ईकठा करता रहा वो रास्ते मे
     ही दम तोड़ गया
👉दिल से सोचना हमने जीवन मे
     क्या बाँटा और क्या इकट्ठा किया
     हम मंज़िल तक कैसे पहुँच पाएँगे।

👉जिन्दगी का कडवा सच...👈
👉आप को 60 साल की उम्र के बाद
     कोई यह नहीं पूछेंगा कि आप का
     बैंक बैलेन्स कितना है या आप के
     पास कितनी गाड़ियाँ हैं....?

👉दो ही प्रश्न पूछे जाएंगे ...👈
     1-आप का स्वास्थ्य कैसा है.....?
         और
     2-आप के बच्चे क्या करते हैं....?

👉 *किसी और का भेजा हुआ यह मैसेज*
    आपको भी अच्छा लगे तो
         ओरो को भी भेजें

👉क्या पता किसी की कुछ सोच
     बदल जाये।

👉प्यार बाटते रहो यही विनती है।

Friday 15 September 2017

My life...(Meet me in my writing)



 
Hello and welcome my friends.My name is Dev and i'm from Nepal but i a'm live in india.but kuch wajah se mai study puri nhi ker paya.Mera blog start kerne ka maksad ye nhi ki mai sirf or sirf paise kmau nhi mai apni ek uchi pehchan bnana chata hu mera birth yahi india me haryana state ke panchkula city me hua tha.Or mai bachpan se hi her thing's me very good rha hu but sabse jyada mai science me untrusted tha isliye mai hmesha technic wale things kia kerta tha mera sapna tha ki mai engineering kerke ek acha or behter enginer bnu.but friends mera dream to pura nhi ho paya but mera blog likhne ka matlab hai ki mai apne bare me sabko btau or aap mere blog me aaye or mere blog ko read kre be,coz aapko meri iss blogs me aapko inspired blog read kerne ko milengi jo ki aadhe sej jyada meri life kekuch anmol pnne honge.
                                THANK YOU....
For read my blog.
My email- devsk19786@gmail.com

1.The Call

A Heart Touching Love Story About Crying Softly A boy and a girl were the best of friends. They could talk and talk for what seemed like ...